NTA Chief Replaced: पेपर लीक विवाद के बीच NTA चीफ की छुट्टी, प्रदीप सिंह खरोला बने नए प्रमुख

NTA Chief Replaced : नीट (यूजी) के पेपर लीक और यूजीसी-नेट और नीट (पीजी) की परीक्षा रद्द को लेकर उठे विवाद के बीच केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के प्रमुख सुबोध कुमार सिंह को उनके पद से हटा दिया है. उन्हें कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) में ‘अनिवार्य प्रतीक्षा’ पर रखा गया है, जबकि भारत व्यापार संवर्धन संगठन के अध्यक्ष सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला को एनटीए का महानिदेशक का प्रभार दिया गया है. वो इस पद पर नियमित डीजी की नियुक्ति या अगले आदेश तक बने रहेंगे.

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बता दें कि केंद्र सरकार ने UGC-NET एग्जामको रद्द कर दिया है, जबकि NEET-UG में पेपर लीक के आरोप हैं और इसे रद्द करने की मांग की जा रही है. इस बीच, शनिवार को रात को शिक्षा मंत्रालय ने रविवार को होने वाली नीट-पीजी की परीक्षा भी स्थगित कर दी है. (NTA Chief Replaced : )

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहले कहा था कि NEET और NET परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के लिए NTA का “शीर्ष नेतृत्व” जांच के दायरे में है. हालांकि, उन्होंने CSIR-UGC NET में किसी भी पेपर लीक से इनकार किया, जिसे स्थगित कर दिया गया था. ()

कौन हैं प्रदीप सिंह खरोला ?

• कर्नाटक कैडर के 1985 बैच के आईएएस अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला को नवंबर 2017 में एयर इंडिया का प्रमुख नियुक्त किया गया था.
• प्रदीप सिंह खरोला के कार्यकाल के दौरान, सरकार एयर इंडिया के निजीकरण के अपने पहले प्रयास में विफल रही थी.
• 2019 में प्रदीप सिंह खरोला को नए नागरिक उड्डयन सचिव के रूप में नियुक्त किया गया.
• 2022 से प्रदीप सिंह भारत व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं.
• अब प्रदीप सिंह खरोला को NTA में नई नियुक्ति तक उन्हें प्रभार सौंपा गया है.

क्या है विवाद?

NEET-UG एग्जाम में बहुत ज्यादा नंबर दिए जाने के आरोप लगे हैं. इस वजह से इस साल रिकॉर्ड 67 कैंडिडेट्स ने परफेक्ट स्कोर के साथ टॉप रैंक हासिल किया है. पिछले साल टॉप रैंक पर मात्र दो स्टूडेंट आए थे. ऐसे में स्टूडेंट्स का आरोप है कि कई कैंडिडेट्स के मार्क्स प्लान के तहत घटाए और बढ़ाए गए हैं. दूसरी ओर, 6 सेंटर में एग्जाम कराने में देरी हुई. समय की बर्बादी की भरपाई के लिए ऐसे सेंटरों में कम से कम 1500 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स भी दिए गए, जो जांच के दायरे में हैं.

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