छत्तीसगढ़ में हिंसा का रास्ता छोड़ रहे नक्सली, 2 दिन में 21 नक्सलियों ने किया सरेंडर

Sukma Naxalite Surrender: छत्तीसगढ़ में नक्सली लगातार हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं। इस बीच सुकमा में सक्रिय हार्डकोर समेत 4 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है। छत्तीसगढ़ शासन की ‘नक्सलवाद उन्मूलन नीति’ और ‘नियद नेल्लानार योजना’ से प्रभावित होकर नक्सलियों ने हथियार डाले हैं। बता दें कि अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नए सुरक्षा कैंप खुले जा रहे हैं, जो नक्सलियों के सरेंडर करने का भी एक बड़ा कारण है। नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित कराने में सुकमा जिला बल और 212 वाहिनी CRPF का विशेष प्रयास रहा है।

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इधर, दंतेवाड़ा में 5 इनामी समेत 17 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें से 5 पर 1-1 लाख का इनाम घोषित था। नक्सलियों ने लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर DIG CRPF विकास कठेरिया और एसपी गौरव रॉय के सामने सरेंडर किया है, जिनमें तीन महिला नक्सली भी शामिल है। सभी नक्सली भैरमगढ़, इंद्रावती और कटेकल्याण आमदई एरिया कमेटी में सक्रिय थे, जो नक्सली बंद के दौरान रोड खोदने, पेड़ काटने और बैनर-पोस्टर लगाने जैसी घटनाओं में शामिल थे। लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 186 इनामी समेत 841 नक्सली समाज के मुख्यधारा में लौट चुके हैं। (Sukma Naxalite Surrender)

दंतेवाड़ा में IED की चपेट में आने से ग्रामीण घायल

वहीं दंतेवाड़ा में नक्सलियों की कायराना करतूत सामने आई है, जहां जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए गए IED की चपेट में एक ग्रामीण आ गया। मामला बारसूर थाना क्षेत्र के मंगनार का है, जहां नक्सलियों के लगाए IED की चपेट में आने से झुरू राम गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी के मुताबिक ग्रामीण शाम के समय IED की चपेट में आया था, जिससे उसके दोनों पैर बुरी तरह से जख्मी हो गए। गांव में कोई सुविधा नहीं होने के कारण घायल को ग्रामीणों ने बारसूर अस्पताल पहुंचाया, जहां से घायल ग्रामीण को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। बता दें कि जवान अभी नक्सलियों पर भारी पड़ रहे हैं, जिससे बौखलाए नक्सली ग्रामीणों को निशाना बना रहा है। (Sukma Naxalite Surrender)

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