जहरीली शराब पीने से अब तक 65 लोगों की मौत, मृतकों में 6 महिलाएं भी शामिल

Tamilnadu Liquor Case: तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। अब तक 65 लोगों की मौत हो गई है। जहरीली शराब से मौत का सिलसिला 19 जून से शुरू हुआ था। 225 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पहले दिन 34 लोगों की मौत हो गई, जिसमें से 24 लोग एक ही गांव करुणापुरम के रहने वाले थे, जिनका 20 जून को एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। वहीं 29 जून तक मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 65 हो गया है। इनमें 6 महिलाएं भी शामिल है। मृतकों में 47 लोग करुणापुरम के रहने वाले थे। बाकी मृतक शेषसमुद्रम और माधवचेरी गांव के रहने वाले थे। 

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करुणापुर में जान गंवाने वाले ज्यादातर लोग सफाई कर्मचारी और कुली का काम किया करते थे। वहीं 84 लोग अब भी अस्पताल में भर्ती है। अस्पताल में भर्ती 74 लोगों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। जानकारी के मुताबिक इतने लोगों की मौत के बाद भी गांव में शराब मिल रही है। लोग नशे में धुत होकर सड़कों पर पड़े हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि कल्लाकुरिची के लोग शराब को सुबह चाय की तरह पीने लगते हैं। शराबकांड का मुख्य आरोपी गोविंदराज पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। दरअसल, जून की शुरुआत में पुलिस ने उसे शराब की 11 बोतल के साथ पकड़ा था। हालांकि तुरंत छोड़ भी दिया गया। इससे पहले उसे गुंडा एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था।

जहरीली शराब केस में पति-पत्नी गिरफ्तार

पुलिस ने जहरीली शराब केस में गोविंदराज, उसकी पत्नी विजया और दोस्त दामोदरन को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आशंका जताते हुए कहा कि विदुर राजा और चिन्नादुरई नाम के शख्स कलवरायण पहाड़ियों पर बसे गांवों से शराब लाकर गोविंदराज को बेचते थे। इसके बाद आरोपी शराब सप्लाई करने के लिए बुजुर्गों, दिव्यांगों और महिलाओं को जरिया बनाते थे, ताकि पकड़े जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई ना हो। गोविंदराज का साथी दामोदरन भी दिव्यांग है। हालांकि अभी वो पुलिस गिरफ्त में है। फिलहाल तमिलनाडु सरकार ने केस की जांच CB और CID को सौंप दी है। बता दें कि तमिलनाडु में जहरीली शराब से मौत का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी है।

2023 में हुई थी 22 लोगों की मौत

2008 में तमिलनाडु के कृष्णागिरि और कर्नाटक के कोलार के सीमावर्ती गांवों में जहरीली शराब पीने से करीब 180 लोगों की मौत हुई थी। इनमें से 60 कृष्णागिरी और बाकी कोलार-बेंगलुरु के रहने वाले थे। जहरीली शराब से कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी NCRP के आंकड़ों के मुताबिक तमिलनाडु में जहरीली शराब से 2020 में 20 और 2021 में 6 लोगों की मौत हुई थी। इसी तरह 2023 में विल्लुपुरम और चेंगलपट्टू जिले में करीब 22 लोगों की जान चली गई थी। वहीं 2024 में अब तक 65 लोगों की मौत हो गई है, जिसका आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। (Tamilnadu Liquor Case)

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